Shall We Stay or Not? (هل نبقى أم لا؟) Lyrics from Shall We Stay or Not? (هل نبقى أم لا؟) Song is New Latest Arabic song sung by Abdulaziz Louis (عبدالعزيز لويس) with music also given by Abdulaziz Lewis. Shall We Stay or Not? (هل نبقى أم لا؟) song lyrics are written by Meshary Ibrahim
Song Details:-
Song Title:- Shall We Stay or Not?
Artist:- Abdulaziz Louis
Lyrics:- Meshary Ibrahim
Composer:- Abdulaziz Lewis
Arrangement By:- Muhammad Khosroh
Guitar By:- Muhammad Khosroh
Mixed & Mastered By:- Muntazer Al Zayer
Directed By: Fahd bin Abdulaziz
Post By:- Abdulaziz Louis l عبدالعزيز لويس
Released Date:- 7 Feb 2023
“Shall We Stay or Not? Lyrics”
Abdulaziz Louis
(In English)
We stay… and we don’t stay
In all cases we are naughty
To the end of our race
And emotionally they left us
Before we announce the difference
Should we stay or not?!!
Bhawana is dead motive
Limited buyer and limited sold
And each one dried up the other
And for himself he wants to defend 🤷 ♂
A relationship crying over its past
On what happened to her
We look at each other and stare
Who is going to finish it?! 😔
If the roses wouldn’t wither?!
And if only the sweet thing was complete…
And if you have hope in us…
You never come to ask..
Should we stay or not?!!!
As long as you choose me…
And I don’t envy myself..
If I keep you cheap..
And if you leave, I will remain precious.
The hardest parting and the hardest..
I give you needlessly.
It is forbidden to give you my life
…if you ever need it…
If the roses wouldn’t wither?!
And if only the sweet thing was complete…
And if you have hope in us…
You never come to ask..
Should we stay or not?!!!
“THE END”
(بالعربية)
نبقى … ولا نبقى
في كل الأحوال نحن أشرار
حتى نهاية سباقنا
وتركونا عاطفيا
قبل أن نعلن الفرق
هل نبقى أم لا؟ !!
البهاوانا دافع ميت
مشتري محدود ومباع محدود
وجف كل واحد الآخر
وهو يريد الدفاع عن 🤷 ♂ لنفسه
علاقة تبكي على ماضيها
على ما حدث لها
ننظر إلى بعضنا البعض ونحدق
من سينهيها ؟! 😔
لو لم تذبل الورود ؟!
وإذا كان الشيء الحلو فقط قد اكتمل …
واذا كان عندك امل فينا …
أنت لا تأت أبدا لتسأل ..
هل نبقى أم لا؟ !!!
ما دمت تختارني …
وأنا لا أحسد نفسي ..
إذا جعلتك رخيصة ..
وإذا غادرت ، سأبقى ثمينًا.
اصعب فراق واصعب ..
أنا أعطيك بلا داع.
ممنوع منحك حياتي
… إذا احتجت إليه في أي وقت …
لو لم تذبل الورود ؟!
وإذا كان الشيء الحلو فقط قد اكتمل …
واذا كان عندك امل فينا …
أنت لا تأت أبدا لتسأل ..
هل نبقى أم لا؟ !!!
“النهاية”
(हिंदी में)
हम रहते हैं… और हम नहीं रहते
हम सभी मामलों में शरारती हैं
हमारी दौड़ के अंत तक
और भावनात्मक रूप से वे हमें छोड़कर चले गए
इससे पहले कि हम अंतर की घोषणा करें
हमें रहना चाहिए या नहीं? !!
भावना मृत मकसद है
सीमित खरीदार और सीमित बिक्री
और हर एक ने दूसरे को सुखा दिया
और अपने लिए वह 🤷♂ डिफेंड करना चाहता है
एक रिश्ता अपने अतीत पर रो रहा है
उसके साथ क्या हुआ
हम एक दूसरे को देखते हैं और घूरते हैं
कौन इसे खत्म करने जा रहा है ?! 😔
अगर गुलाब नहीं मुरझाएगा ?!
और अगर केवल मीठी बात ही पूरी होती…
और अगर आपको हमसे उम्मीद है…
तुम कभी मांगने नहीं आते..
हमें रहना चाहिए या नहीं?!!!
जब तक तुम मुझे चुनते हो…
और मैं खुद से ईर्ष्या नहीं करता ..
अगर मैं आपको सस्ता रखूं..
और अगर तुम चले गए, तो मैं अनमोल रहूंगा।
सबसे कठिन बिदाई और सबसे कठिन ..
मैं तुम्हें बेवजह देता हूं।
तुम्हें मेरी जान देना मना है
…अगर आपको कभी इसकी आवश्यकता हो…
अगर गुलाब नहीं मुरझाएगा ?!
और अगर केवल मीठी बात ही पूरी होती…
और अगर आपको हमसे उम्मीद है…
तुम कभी मांगने नहीं आते..
हमें रहना चाहिए या नहीं?!!!
“समाप्त”