Dhaage Ishq Ke Lyrics from Gumnaam Movie’s Dhaage Ishq Ke Song is latest Hindi song sung by KK & Neeti Mohan with music also given by Liyakat Ajmeri. Dhaage Ishq Ke song lyrics are written by Amit Khan
Song Details:-
Song Title:- Dhaage Ishq Ke
Singer:- KK & Neeti Mohan
Music:- Liyakat Ajmeri
Lyrics:- Amit Khan
Movie:- Gumnaam
Lead Actor By:- Bellamkonda Sreenivas
Director By:- Ramesh Varma
Presenter By:- Dr. Jayantilal Gada (Pen Studios)
Producer By:- Sajid Qureshi
Music Director By:- Liyakat Ajmeri
Movie Cast:- Bellamkonda Sreenivas, Anupama Parameswaran, Ammu Abhirami
Post By:- Saregama Music
Released Date:- 5 Sept 2022
“Dhaage Ishq Ke Lyrics”
KK & Neeti Mohan
Dhaage ishq ke bunne laga
Ashk teri palkon se chunne laga
Tu ishq ki hai subah
Tu ishq ki hai inteha
Tu hi tu hai har jagah
Tu hi tu jeene ki vajah
Dua banne lage ho
Amal banne lage ho
Apne dil ki sab baaten
Mere dil se karne lage ho
Tu ishq ki hai subah
Tu ishq ki hai inteha
Tu hi tu hai har ek jagah
Tu hi tu jeene ki vajah
Dhaage ishq ke bunne laga
Ashk teri palkon se chunne laga
Dhaage ishq ke bunne lagi
Ashk teri palkon se chunne lagi
Hole-hole, Dheere-dheere behne lagi main
Apni sab baaten tumse kehne lagi main
Tumse lipatkar, Tumme simatkar
Tumme hi tumme hi rehne lagi main
Tu ishq ki hai subah
Tu ishq ki hai inteha
Tu hi tu hai har jagah
Tu hi tu jeene ki vaja
Dhaage ishq ke bunne laga
Ashk teri palkon se chunne laga
Tu ishq ki hai subah
Tu ishq ki hai inteha
Tu hi tu hai har jagah
Tu hi tu jeene ki vajah
Dua banne lage ho
Amal banne lage ho
Apne dil ki sab baaten
Mere dil se karne lage ho
Tu ishq ki hai subah
Tu ishq ki hai inteha
Tu hi tu hai har ek jagah
Tu hi tu jeene ki vajah
Dhaage ishq ke bunne laga
Ashk teri palkon se chunne laga
Dhaage ishq ke bunne lagi
Ashk teri palkon se chunne lagi
Hole-hole, Dheere-dheere behne lagi main
Apni sab baaten tumse kehne lagi main
Tumse lipatkar, Tumme simatkar
Tumme hi tumme hi rehne lagi main
Tu ishq ki hai subah
Tu ishq ki hai inteha
Tu hi tu hai har jagah
Tu hi tu jeene ki vaja
“THE END”
(हिंदी में)
धागे इश्क के बने लगा
अश्क तेरी पालकों से चुन्नी लगा
तू इश्क की है सूबा:
तू इश्क की है इंतजार
तू ही तू है हर जगाही
तू ही तू जीने की वजाही
दुआ बनने लगे हो
अमल बने लगे हो
अपने दिल की सब बातें
मेरे दिल से करने लगे हो
तू इश्क की है सूबा:
तू इश्क की है इंतजार
तू ही तू है हर एक जगी
तू ही तू जीने की वजाही
धागे इश्क के बने लगा
अश्क तेरी पालकों से चुन्नी लगा
धागे इश्क के बनने लगी
अश्क तेरी पालकों से चुनी लगी
होल-होल, धीरे-धीरे बहने लगी मैं
अपने सब बातें तुमसे कहने लगी मैं
तुमसे लिपटकर, तुम्मे सिमतकरी
तुम्हारे ही तुम्मे ही रहने लगी मैं
तू इश्क की है सूबा:
तू इश्क की है इंतजार
तू ही तू है हर जगाही
तू ही तू जीने की वज
धागे इश्क के बने लगा
अश्क तेरी पालकों से चुन्नी लगा
तू इश्क की है सूबा:
तू इश्क की है इंतजार
तू ही तू है हर जगाही
तू ही तू जीने की वजाही
दुआ बनने लगे हो
अमल बने लगे हो
अपने दिल की सब बातें
मेरे दिल से करने लगे हो
तू इश्क की है सूबा:
तू इश्क की है इंतजार
तू ही तू है हर एक जगी
तू ही तू जीने की वजाही
धागे इश्क के बने लगा
अश्क तेरी पालकों से चुन्नी लगा
धागे इश्क के बनने लगी
अश्क तेरी पालकों से चुनी लगी
होल-होल, धीरे-धीरे बहने लगी मैं
अपने सब बातें तुमसे कहने लगी मैं
तुमसे लिपटकर, तुम्मे सिमतकरी
तुम्हारे ही तुम्मे ही रहने लगी मैं
तू इश्क की है सूबा:
तू इश्क की है इंतजार
तू ही तू है हर जगाही
तू ही तू जीने की वज
“समाप्त”