El Nafseya Lyrics from El Nafseya Song is latest English song sung by Ahmed Saad with music also given by Tamer Karawan. El Nafseya song lyrics are written by Salah Mondy
Song Details:-
Song Title:- El Nafseya
Artist:- Ahmed Saad
Lyrics:- Salah Mondy
Composition By:- Tamer Karawan
Music Arrangement By:- Taha El Hakim
Post By:- Ahmed Saad
Released Date:- 10 Mar 2022
“El Nafseya Lyrics”
Ahmed Saad
(In English)
Psychology is not what
God helps me with what is in me
I can’t believe that
I’m still living in my life for the rest of my life
I am lost in myself and my soul
And there is nothing around me but my wounds
The valley of people whose labors trample my heart
The valley of people whose labors trample my soul
Smothered in the world and its agents are tortured
Insulted and deceived
I wallow in sadness and remain silent
Wishing that you would run through it
What is the place between her days and me
that you will die in the eyes of my eyes?
You strengthen the one who wronged me
And I will not let anyone strengthen me
Mental
I’m not upset, I’m not upset about a wound and cruelty,
And I’m not upset about people who deceived me
I am upset about my sweet soul and my laughter,
Which is the moment of Saboni
And I left a limit without color or taste carved above on the face of worry
He hates all life and its people after the tyranny of injustice has passed
From now on I will lock my door and return to my account again
“THE END”
(بالعربية)
علم النفس ليس ما
الله يعينني بما بداخلي
لا أصدق ذلك
ما زلت أعيش في حياتي لبقية حياتي
أنا ضائع في نفسي وروحي
ولا يوجد شيء حولي غير جراحي
وادي الناس الذين يدوس جهدهم قلبي
وادي الناس الذين تدوس جهودهم روحي
مخنوق في الدنيا وعملائها يتعرضون للتعذيب
الإهانة والخداع
أتغرق في الحزن وأبقى صامتا
أتمنى أن تمر من خلالها
ما هو المكان بيني وبين أيامها
أن تموت في عيني؟
أنت تقوي من ظلمني
ولن أسمح لأحد أن يقويني
عقلي
لست منزعجًا ، لست مستاءً من الجرح والقسوة ،
ولست منزعجًا من الأشخاص الذين خدعوني
أنا مستاء من روحي الحلوة وضحكتي ،
وهي لحظة سابوني
وتركت حداً بلا لون أو طعم منحوت فوق وجه القلق
يكره كل حياة وأهلها بعد زوال استبداد الظلم
من الآن فصاعدًا سأغلق بابي وأعود إلى حسابي مرة أخرى
“النهاية”
(हिंदी में)
मनोविज्ञान क्या नहीं है
मुझमें जो है, उसमें ईश्वर मेरी सहायता करता है
मुझे विश्वास नहीं हो रहा है कि
मैं अभी भी अपने पूरे जीवन के लिए अपने जीवन में जी रहा हूं
मैं अपने आप में और अपनी आत्मा में खो गया हूँ
और मेरे आस-पास मेरे घावों के अलावा कुछ नहीं है
उन लोगों की घाटी जिनकी मेहनत मेरे दिल को रौंदती है
उन लोगों की घाटी जिनके श्रम ने मेरी आत्मा को रौंद डाला
दुनिया में लाद दी जाती है और उसके एजेंटों को प्रताड़ित किया जाता है
अपमान और धोखा
मैं उदासी में डूबा रहता हूँ और चुप रहता हूँ
काश कि आप इसके माध्यम से भागते
उसके और मेरे दिनों के बीच क्या जगह है
कि तुम मेरी आंखों के साम्हने मर जाओगे?
जिसने मुझ पर ज़ुल्म किया उसे तू मज़बूत करता है
और मैं किसी को अपने बल पर दृढ़ नहीं होने दूंगा
मानसिक
मैं परेशान नहीं हूँ, मैं एक घाव और क्रूरता से परेशान नहीं हूँ,
और मैं उन लोगों से परेशान नहीं हूं जिन्होंने मुझे धोखा दिया
मैं अपनी प्यारी आत्मा और अपनी हँसी से परेशान हूँ,
सबोनी का क्षण कौन सा है
और मैंने चिंता के चेहरे पर बिना रंग या स्वाद के ऊपर उकेरी गई एक सीमा छोड़ दी
अन्याय के अत्याचार के बीत जाने के बाद वह पूरे जीवन और उसके लोगों से नफरत करता है
अब से मैं अपना दरवाज़ा बंद कर दूँगा और फिर से अपने खाते में आ जाऊँगा
“समाप्त”